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भारत में आन्तरिक जल यातायात के महत्व पर एक व्याख्यात्मक टिप्पणी लिखिए।

प्रश्न . 

भारत में आन्तरिक जल यातायात के महत्व पर एक व्याख्यात्मक टिप्पणी लिखिए। ( UPPSC, UP PCS, 2018, 10 Marks)

भारत में आन्तरिक जल परिवहन के विकास पर प्रकाश डालिए । ( 65th BPSC geography)

उत्तर .

आन्तरिक जल यातायात का मतलब नदी, नहर, बांध, झीलें, बैकवाटर और क्रीक में होने वाले यातायात शामिल हैं जो नावों, स्टीमर और जहाजों द्वारा यात्रियों और सामानों के परिवहन करते है।

भारत में कई बारहमासी नदियाँ और नदी प्रणालियाँ होने के बावजूद, आन्तरिक जल परिवहन अन्य देशों की तुलना में बहुत ही कम  उपयोग होता है।

आन्तरिक जल परिवहन का महत्व:

आन्तरिक जल परिवहन या जलमार्ग के महत्व निम्नलिखित हैं:

परिवहन का एक सस्ता तरीका:

  • अन्य परिवहन साधनों की तुलना में आन्तरिक जल यातायात बहुत सस्ता है। आन्तरिक जलमार्गों के बनाने में खर्चे जो आते है वो अन्य यातायात जैसे  सड़क, रेलवे बनाने की तुलना में बहुत कम आता है। 
  • रोडवेज और रेलवे की तुलना में मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी कम है।

उच्च ईंधन दक्षता:

  • समान मात्रा में माल को समान दूरी तक ले जाने के लिए सड़क और रेलवे की तुलना में आन्तरिक जल यातायात ईंधन दक्षता बहुत अच्छी है।
  • आन्तरिक जल यातायात सड़क परिवहन के उपयोग को कम करने तथा कच्चे तेल के आयात को कम करने में मदत करता है ।

पर्यावरण के अनुकूल:

  • यह पर्यावरण के अनुकूल है:
  • यह कम ईंधन की खपत करता है।
  • यह आम तौर पर स्वाभाविक रूप से पाया जाता है और निर्माण के दौरान कोई पर्यावरणीय नुकसान जैसे जंगलो की सभी आदि नहीं की जाती है। 

भारी परिवहन के लिए उपयुक्त:

  • आन्तरिक जल परिवहन सड़क नेटवर्क की तुलना में भारी भरकम सामानों के लिए ज्यादा उपयुक्त है।

सुरक्षित:

  • सड़क, रेलवे और वायुमार्ग की तुलना में कम दुर्घटनाएं होती हैं। यह परिवहन का एक सुरक्षित तरीका है।

क्षेत्रीय असमानता को कम करता है:

  • अभी हमारे देश में सड़क राजमार्ग के क्षेत्र पहले से विकसित हो चुके है यदि हम आन्तरिक जल मार्गो को विकसित  करे तो उसके समीप क्षेत्र भी विकसित होंगे जो क्षेत्रीय असमानता को विकसित करने में सहायता मिलेगी। 
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