प्रश्न
क्या भौतिक एवं रासायनिक अपक्षय प्रकियाएं एक दूसरे से स्वतंत्र है ? यदि नहीं तो क्यों? सोदाहरण व्याख्या कीजिये |
उत्तर
अपक्षय एक बहिर्जात भू-आकृति प्रक्रिया है जो पृथ्वी की सतह पर मौसम और जलवायु के कार्यो परिणाम है।
मौसम और जलवायु के विभिन्न तत्वों की क्रियाओं के माध्यम से अपक्षय को यांत्रिक विघटन एवं रासायनिक अपघटन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
अपक्षय प्रक्रियाओं को मुख्यतः तीन समूहों में विभाजित किया जा सकता हैं:
- भौतिक या यांत्रिक अपक्षय
- रासायनिक अपघटन
- जैविक अपक्षय
भौतिक अपक्षय में, चट्टानों का विघटन निम्न कारण से होता है:
- चट्टानों पर गुरुत्वाकर्षण का बल पड़ने से चट्टानें टूटती है |
- तापमान परिवर्तन के कारण चट्टानों का विस्तार या सिकुड़ना की प्रकिया होती है जिससे चट्टानों का अपक्षय होता है |
रासायनिक अपक्षय में चट्टानों का अपघटन निम्न कारण होता है:
- कार्बोनेशन, ऑक्सीकरण, जलयोजन, आदि प्रक्रिया द्वारा ।
- पानी, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड और गर्मी की उपस्थिति रासायनिक अपक्षय में तेजी होती है।
भौतिक और रासायनिकअपक्षय प्रक्रियाएँ एक दूसरे से स्वतंत्र नहीं हैं, वे अन्योन्याश्रित हैं।
निम्नलिखित तरीके से भौतिक और रासायनिक अपक्षय अन्योन्याश्रित हैं:
- कुछ मामलों में, रासायनिक अपक्षय तब तक शुरू नहीं होती है जब बड़ी चट्टानों भौतिक अपक्षय द्वारा उनका विघटन नहीं हो जाता या उनमे दरार पैदा नहीं हो जाती | शैलो में दरार पैदा होने से उनमे उपस्थित खनिज से रासायनिक प्रकिया शुरू होती है उनका अपघटन हो जाता है |
- उसी तरह, कुछ शैलो में रासायनिक अपक्षय होने से चट्टानों पर तापमान, दाब, जानवरो के कार्यो का प्रभाव में तेजी आती है और भौतिक अपक्षय में तेजी आती है |
- वैसे भी, भौतिक और रासायनिक अपक्षय के कारक एक ही है जैसे की उष्मा , वर्षा, आदि |
वास्तव में, भौतिक या रासायनिक अपक्षय क्रमिक क्रम में या एक दूसरे से स्वतंत्र नहीं होता है; बल्कि, यह समानांतर या एक साथ होता है और वे परस्पर जुड़े हुए हैं।
You may like also:
ConversionConversion EmoticonEmoticon