प्रश्न।
भारत के कृषि प्रदेशों का उल्लेख करते हुए , किसी एक का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिये। ( UPPSC, 2020, 10 Marks)
उत्तर।
कृषि प्रदेश एक भूमि इकाई है जहाँ कृषि फसलों में एक समरूपता पायी जाती है। कृषि एकरूपता फसलों, पशुधन, मिट्टी और जलवायु जैसे कई कारकों के निश्चित संयोजन से कृषि प्रदेशों का वर्गीकरण करते है।
भारत में फसलों और पशुओं की नस्ले, उगाने के तरीके में बहुत ही विविधता पायी जाती है ।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अनुसार, भारत को फसलों, पशुधन और जलवायु की एकरूपता के आधार पर छह कृषि क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है।
भारत के छह कृषि क्षेत्र निम्नलिखित हैं:
- फल और सब्जी क्षेत्र
- गेहूँ और गन्ना क्षेत्र
- मक्का और मोटे अनाज फसल क्षेत्र
- चावल-जूट-चाय क्षेत्र
- कपास कृषि क्षेत्र
- बाजरा और तिलहन क्षेत्र
कपास कृषि क्षेत्र:
- कपास कृषि क्षेत्र मुख्य रूप से दक्कन ट्रैप पर फैला हुआ है जहाँ काली या रेगुर मिट्टी पाई जाती है।
- यह गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक का हिस्सा है।
- इस क्षेत्र में वर्षा 75 सेमी से 100 सेमी तक होती है।
- इस क्षेत्र की मुख्य फसल कपास है लेकिन इस क्षेत्र में ज्वार, बाजरा, गन्ना, चना, गेहू , आदि जैसी कई फसलें भी उगाई जाती हैं।
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