भू-आकृति क्या है ?
- भू-आकृति पृथ्वी की सतह के छोटे से मध्यम आकार की पार्सल (3डी संरचना) को बोलते है। भू-आकृतियों के कुछ उदाहरण पर्वत, मैदान, पठार, घाटियाँ, पहाड़ियाँ आदि हैं।
भू-आकृतियों के विकास को नियंत्रित करने वाले कारक पर जाने से पहले, हमें कुछ मुख्य प्रश्न का उत्तर जानना जरुरी है जैसे -
भू-आकृतियाँ क्यों विकसित होती हैं? पृथ्वी की सतह असमान क्यों है?
- निम्नलिखित कारणों से भू-आकृतियाँ के विकसित और असमान होने के निम्न कारण है :
- पृथ्वी की पपड़ी एक गतिशील इकाई है, यह लंबवत और क्षैतिज रूप से चलती रहती है।<
- भूतापीय प्रवणता के कारण पृथ्वी के भीतर उत्पन्न आंतरिक ऊर्जा समान नहीं है कारण ये आंतरिक बल विभिन्न प्रकार की ऊँची-नीची भूमि का निर्माण सतहों पर करते हैं जिन्हें भू-आकृतियाँ कहा जाता है।
- पृथ्वी की सतह बाहरी शक्तियों से प्रभावित होती रहती है, यह मूल रूप से सूर्य के प्रकाश से आती है। समय-समय पर बाहरी ताकतें जैसे अपक्षय, अपरदन और सामूहिक संचलन से भू-आकृतियों की संरचना को बदल कर अन्य प्रकार की भू-आकृतियों में बदल देते हैं। उदाहरण के लिए, समय के साथ बाहरी बल के कारण, बड़े पहाड़ छोटे पहाड़ियों में बदल जाते हैं, और अंत में यह मैदान में परिवर्तित हो जाता है।
- बाहरी और आंतरिक बलों की तीव्रता पृथ्वी की सतह पर सब स्थान पर समान नहीं है।
इन उपरोक्त कारणों से हम कह सकते है कि भू-आकृति विकास के लिए मुख्यतः बहिर्जात बलों और अंतर्जात बल की तीव्रता असमान वितरण का परिणाम है; इन ताकतों के अलावा भू-आकृति विकास के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं।
भू-आकृति विकास के नियंत्रक कारक निम्नलिखित हैं:
- रॉक रचना या मूल चट्टानें।
- उच्चावच
- भूवैज्ञानिक संरचना
- जलवायु
- बहिर्जात एजेंट
- ऊर्जा
- जैविक गतिविधियाँ
- मानव
रॉक संरचना या मूल चट्टानें:
- भू-आकृतियों का विकास या बनावट की रफ़्तार उसके रॉक संरचना या मूल चट्टानें पर भी निर्भर करती है जैसे चट्टानों का आकार और संरचना (कणों की बनावट और कणो की आकार ) में विभिन्नता के कारण कुछ चट्टानें कठोर होती हैं जैसे कि क्वार्ट्ज जिसमे अपरदन और अपक्षय प्रक्रिया धीमे होते है ; कुछ चट्टानें नरम होती हैं जैसे चूना पत्थर इनमे अपक्षय और अपरदन के प्रकिया बहुत जल्दी से होता है ; परिणामस्वरूप, यह भू-आकृतियों का तेजी से ह्रास करता है।
- हर शैलो की अपनी ही विशेषता होती है जो की कुछ अपक्षय एजेंटो के लिए प्रतिरोधी हो सकती हैं और अन्य अपक्षय एजेंटों के लिए गैर-प्रतिरोधी हो सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न भू-आकृतियों को जन्म देती हैं।
उच्चावच :
- उच्चावच किसी क्षेत्र की उच्चतम और निम्नतम ऊंचाई के बीच का अंतर को बोलते है।
- अधिक उच्चावच होने पर अपरदन भी ज्यादा होते है। अरावली क्षेत्र की तुलना में हिमालयी क्षेत्र में अधिक उच्चावच होने के कारण, अरावली क्षेत्र की तुलना में हिमालयी क्षेत्र में भू-आकृति विकास तेजी से होता है।
- अधिक उच्चावच से अधिक गुरुत्वाकर्षण बल भी लगता है जिससे बृहत् संचलन और भूस्खलन जैसी प्रकिया बड़े पैमाने पर होती है ।
भूवैज्ञानिक संरचना:
प्रत्येक शैलो की भूवैज्ञानिक संरचना जैसे:
- परतों
- भ्रंस
- अभिविन्यास
- परतो का झुकाव
- जोड़ों की उपस्थिति या अनुपस्थिति
- कठोरता या कोमलता
- रासायनिक संवेदनशीलता।
में विभिन्नता होती है और यह भू-आकृतियों की विकास को प्रभावित है।
बहिर्जात एजेंट:
- बहिर्जात कारक जैसे जल, वायु, बर्फ, धारा, लहर, ज्वार भाटा भी भू-आकृतियों की विकास प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।
जलवायु:
- तापमान और आर्द्रता जलवायु के दो महत्वपूर्ण कारक हैं। उच्च आर्द्रता रासायनिक और जैविक अपक्षय की प्रक्रिया को बढ़ाती है। उच्च वर्षा और तेज़ हवाओं की गति अपरदन गतिविधियों को बढ़ाती है।
- उच्च तापमान भिन्नता चट्टान को विस्तार और अनुबंध की ओर ले जाती है। नतीजतन, चट्टानें टूट जाती हैं।
- विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में भू-आकृति विकास की प्रक्रिया और तीव्रता भिन्न होती है और एक ही जलवायु क्षेत्र के भीतर भी भू-आकृति विकास की प्रक्रिया भिन्न होती है क्योंकि वर्षा और तापमान की तीव्रता एक समान नहीं होती है।
ऊर्जा:
- ऊर्जा आंतरिक या बाहरी हो सकती है।
- आंतरिक ऊर्जा: पृथ्वी के भीतर अभिसरण और अपसारी संवहन सेल में विभिन्नता होती है ।
- बाहरी ऊर्जा: तापमान भिन्नता, वायु , दबाव भिन्नता, आदि।
जैविक गतिविधियाँ:
- वनस्पति की उपस्थिति रासायनिक अपक्षय की प्रक्रिया को बढ़ाती है क्योंकि वे चट्टानों पर अम्ल और आर्द्रता छोड़ते हैं।
- वनस्पति की अनुपस्थिति से अपरदन प्रक्रिया में वृद्धि होती है जिससे ऊँचे भू-आकृतियों का तेजी से ह्रास होता है।
मानव:
- मानविक गतिविधियाँ जैसे कृषि, बांध निर्माण, बुनियादी ढाँचे का निर्माण, ईंट बनाना आदि हैं, भू-आकृतियों भूमि के विकास को प्रभावित करती हैं।
1 Comments:
Click here for Commentsधन्यवाद
ConversionConversion EmoticonEmoticon