पृथ्वी की गति दो प्रकार की होती है:
- घूर्णन
- परिक्रमण
घूर्णन :
- पृथ्वी की अपनी अक्ष पर घूमने की गति को घूर्णन गति कहते है। पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण दिन और रात होते हैं।
परिक्रमण :
- पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर एक निश्चित पथ या कक्षा में गति करने को परिक्रमण कहते है।
पृथ्वी पर ऋतुएँ क्यों बदलती हैं?
- एक झुकी हुई धुरी के माध्यम से सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की परिक्रमण के कारण पृथ्वी पर ऋतुएँ बदलती हैं।
- पृथ्वी की धुरी अपने कक्षीय तल से 66.5 डिग्री का कोण बनाती है। यानी पृथ्वी वास्तविक ध्रुव से 23.5 डिग्री झुकी हुई है।
कक्षीय समतल क्या है?
- वह समतल जो पृथ्वी के कक्ष द्वारा निर्मित होता है , कक्षीय समतल कहलाता है।
प्रदीप्ति वृत्त क्या है?
- चूँकि पृथ्वी एक वृत्तीय ( गेंद की ) आकृति में है, इसलिए इसका केवल आधा भाग ही सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है जो सूर्य के तरफ होता है और शेष पृथ्वी का आधा भाग जो सूर्य के तरफ से उल्टा होता है वहाँ पर रात होता है। वह वृत्त जो दिन को रात से ग्लोब पर विभाजित करता है, प्रदीप्ति वृत्त कहलाता है।
पृथ्वी दिन क्या है?
- पृथ्वी अपनी धुरी के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 24 घंटे का समय लेती है, घूर्णन की इस अवधि को पृथ्वी दिन कहा जाता है।
अगर पृथ्वी घूर्णन गति ना करे तो क्या होगा ?
- अगर पृथ्वी घूर्णन गति ना करे तो पृथ्वी का आधा भाग जो सूर्य के सामने होगा वहा हमेशा दिन रहेगा और इस भाग में भीषण गर्मी रहेगी, और शेष भाग में हर समय रात रहेगी और इस भाग में भीषण ठंड का अनुभव होगा।
- ऐसी विषम परिस्थितियों में पृथ्वी पर कही भी जीवन संभव नहीं होगा।
प्राचीन भारतीय ज्योतिषी आर्यभट्ट ने कहा था कि "पृथ्वी गोल है और अपनी धुरी पर घूमती है"।
परिक्रमण क्या है?
- पृथ्वी की सूर्य की चारो ओर परिक्रमा की गति को परिक्रमण कहते है। पृथ्वी को एक चक्कर लगाने में 365.25 दिन लगते हैं जिसे हम एक वर्ष कहते हैं।
- सुविधा के लिए हम वर्ष में 365 दिन मानते हैं, और हर वर्ष छह घंटे बचाकर चार साल बाद हम एक दिन बनाने है। इसलिए हर 4 वर्ष में 366 दिन वाला वर्ष आता है उसे हम लीप वर्ष कहते हैं।
उत्तर अयनांत क्या है?
- 21 मार्च के बाद उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुकने लगता है जिसके कारण उत्तरी ध्रुव पर 6 महीने का दिन होता है और उत्तरी गोलार्ध में दिन की अवधि बढ़ने लगती है रात की अवधि घटने लगती है और इसके कारण उत्तरी गोलार्ध में गर्मी का मौसम होता है।
- 21 जून को सूर्य की किरणें सीधे कर्क रेखा पर पड़ती हैं और इस दिन उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात होती है । पृथ्वी की इस अवस्था को उत्तर अयनांत कहते है।
दक्षिण अयनांत क्या है?
- 22 दिसंबर को दक्षिणी गोलार्ध का झुकाव सूर्य की ओर होता है और मकर रेखा को सूर्य से सीधी किरणें मिलती हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में सर्दी लगती है और दक्षिणी गोलार्ध में गर्मी का एहसास होता है।
- दक्षिणी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है। पृथ्वी की इस स्थिति को उत्तरी गोलार्ध में दक्षिण अयनांत कहा जाता है।
विषुव क्या है?
- जब पूरी पृथ्वी पर बराबर दिन और समान होती है तो उसे विषुव कहते हैं।
- यह तब होता है जब सूर्य की किरणे पृथ्वी के भूमध्य रेखा पर सीधी पड़ती है।
- विषुव, वर्ष में दो बार 21 मार्च और 23 सितंबर को पड़ता है।
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