प्रश्न।
हिप्सोग्राफिक वक्र रेखा पर टिप्पणी लिखिए। ( UPPSC 1996)
उत्तर।
हाइपोग्राफिक वक्र को उच्चतादर्शी वक्र के रूप में भी जाना जाता है। हाइपोग्राफिक वक्र का उपयोग पृथ्वी के क्षेत्रों के ऊंचाई (ऊंचाई और अवसाद दोनों) के वितरण का वर्णन करते है। हाइपोग्राफिक वक्र में प्रायः पृथ्वी के क्षेत्रों के ऊंचाई को पृथ्वी के कुल क्षेत्र के अनुपात ( प्रतिशत ) में दिखाते है। समुद्र के स्तर का उपयोग पृथ्वी के विभिन्न क्षेत्रों की ऊंचाई और अवसाद को मापने के लिए आधार स्तर के रूप में किया जाता है।
हाइपोग्राफिक वक्र निम्नलिखित जानकारी प्रदान करता है:
- पृथ्वी की सतह का लगभग 29 प्रतिशत भाग महाद्वीप हैं, शेष महासागर हैं।
- पृथ्वी की सतह के लगभग 20% भाग की ऊँचाई लगभग 1 किमी है और शेष 9% की ऊँचाई 1 किमी से अधिक है।
- पर्वत (महाद्वीपों पर) महाद्वीपीय क्षेत्रों का लगभग 26% शामिल हैं।
- महाद्वीपीय क्षेत्रों का लगभग 33% भाग पठारों से बना है।
- मैदानी क्षेत्र महाद्वीपीय क्षेत्रों का लगभग 41% भाग शामिल हैं।
- पृथ्वी की सतह का लगभग 8.5 प्रतिशत भाग समुद्र तल से लगभग 1 किमी नीचे है। बाकी क्षेत्र का गहराई 1 किमी से अधिक है।
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