प्रश्न।
भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले तीन महत्वपूर्ण कारक कौन से हैं?
(अध्याय -4 जलवायु , कक्षा 11 NCERT भूगोल "भारत भौतिक पर्यावरण")
उत्तर।
भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले तीन महत्वपूर्ण कारक निम्नलिखित हैं;
- पृथ्वी की सतह पर वायुदाब और पवनों का वितरण।
- वैश्विक ( भूमण्डलीय ) मौसम को नियंत्रण करने वाले कारक जैसे वायु संहतियो और जेट प्रवाह के अंतर्प्रवाह द्वारा उत्पन्न ऊपरी वायुसंचरण।
- पश्चिमी विक्षोभ, उष्णकटिबंधीय अवदाब, और उष्णकटिबंधीय चक्रवात।
सर्दियों के मौसम में, उत्तर भारत, मध्य और पश्चिमी एशिया में उच्च दबाव की पेटियों के प्रभाव में आता है। उत्तर से हवाएँ भारतीय उपमहाद्वीप की ओर चलती हैं जिससे यह क्षेत्र ठंडा हो जाता है।
ग्रीष्म ऋतु में भारत समुद्री की निम्न दाब पेटी एवं नम वायुराशियों के प्रभाव में आ जाता है।
मानसून की वर्षा उत्तर भारत में तब आती है जब ऊपरी वायु परिसंचरण से जेट धारा उत्तर भारत से खिसकर तिब्बत पठार की ओर चला चला जाता हैं।
पश्चिमी चक्रवाती विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत में सर्दियों के मौसम में अस्थिर वातावरण बनाता है और भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में बारिश का कारण बनता है।
मानसून के समय उष्णकटिबंधीय अवदाब भारत में वर्षा को सभी स्थानों में वितरित करने और तथा वर्षा बढ़ाने में मदद करता है।
उष्णकटिबंधीय चक्रवात जो प्रायः बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर से उत्पन्न होते है भारतीय तट पर भारी वर्षा करते हैं।
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