Search Post on this Blog

विस्तृत पैमानों पर डेयरी कृषि का विकास यातायात के साधनों एवं प्रशीतको के विकास के बाद ही क्यों संभव हो सका है?

 प्रश्न। 

विस्तृत पैमानों पर डेयरी कृषि का विकास यातायात के साधनों एवं प्रशीतको के विकास के बाद ही क्यों संभव हो सका है?

( कक्षा 12: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत, अध्याय 5 प्राथमिक क्रियाएं)

उत्तर। 

डेयरी कृषि दुधारू पशुओं के पालन का सबसे उन्नत और कुशल प्रकार है। डेयरी कृषि में बड़े पूंजी की आवश्यकता होती है क्योंकि इसके लिए पशु शेड, चारे के भंडारण की सुविधा, दूध पिलाने और दूध निकालने के लिए मशीन की आवश्यकता होती है।


विस्तृत पैमानों पर डेयरी कृषि परिवहन और प्रशीतन के विकास के बाद ही संभव हुआ है क्योंकि:

जैसा कि हम जानते हैं कि दूध और दुग्ध उत्पाद प्रकृति में जल्दी खराब होने वाले होते हैं और इनका समय पर सेवन करने की आवश्यकता होती है। परिवहन और प्रशीतन के विकास से पहले, बड़े पैमाने पर डेयरी कृषि करने से किसानो को बहुत हानि होती थी क्योकि उत्पादन क्षेत्र में ज्यादा मांग नहीं होती थी और दूर दराज में बेचने की सुविधा नहीं होती है ।

पाश्चराइजेशन, रेफ्रिजरेशन और अन्य परिरक्षण प्रक्रियाओं से विभिन्न डेयरी उत्पादों के भंडारण की अवधि बढ़ जाती है। यह उत्पादों के शेल्फ जीवन को बढ़ाता है और उनका उपभोग करने तथा दूर दराज में पहुंचाने को समय मिल जाता हैं ।

परिवहन का विकास होने से डेयरी उत्पादों को दूर-दराज के क्षेत्रों तक जल्दी पहुँचाता है।

परिवहन और प्रशीतन का विकास डेयरी उत्पादों को दुनिया के अन्य हिस्सों तक पहुँचाता है और शेल्फ जीवन को भी बढ़ाता है।

इसका उदाहरण है , ग्रामीण भारत दुनिया के अन्य हिस्सों में उत्पन्न होने वाले डेयरी उत्पादों का उपयोग कर रहा है; यह परिवहन और प्रशीतन सुविधाओं का विकास का परिणाम है।

तीन मुख्य क्षेत्र हैं जहां बड़े पैमाने पर डेयरी फार्मिंग की जाती है। सबसे बड़ा उत्तर पश्चिमी यूरोप में है, दूसरा कनाडा में है, और तीसरा दक्षिणपूर्वी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में है।

You may like also:

ConversionConversion EmoticonEmoticon

:)
:(
=(
^_^
:D
=D
=)D
|o|
@@,
;)
:-bd
:-d
:p
:ng