प्रश्न।
हिमालयी तथा प्रायद्वीपीय नदियों के मुख्य अंतरों की तुलना कीजिए।
( अध्याय - 3 अपवाह , कक्षा 9 NCERT समकालीन भारत-1 )
उत्तर।
हिमालयी और प्रायद्वीपीय नदियों के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं-
उत्पत्ति स्थान:
अधिकांश हिमालयी नदियाँ हिमालय के ग्लेशियरों में उत्पन्न होती हैं जैसे गंगोत्री ग्लेशियर में गंगा नदी और यमुनोत्री ग्लेशियर में यमुना का उदय होता है जबकि प्रायद्वीपीय नदियों किसी ग्लेशियर से उत्पन्न नहीं होते है; वे या तो मध्य हाइलैंड्स या पश्चिमी घाटों में उत्पन्न होते हैं जैसे अमरकंटक पहाड़ियों पर नर्मदा नदी का उदय और पश्चिमी घाटों में गोदावरी नदी का उदय होता हैं।
प्रकृति:
हिमालयी नदियाँ प्रकृति में बारहमासी हैं क्योंकि इनमे पानी पूरे वर्ष बहता है जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ प्रकृति में मौसमी हैं और पानी केवल वर्षा ऋतु में बहती है।
जल निकासी पैटन:
अधिकांश हिमालयी नदियाँ डेंड्रिटिक पैटर्न बनाती हैं जबकि अधिकांश प्रायद्वीपीय नदियाँ रेडियल और आयताकार आकार बनाती हैं।
नदी की लम्बाई:
हिमालय की नदियाँ लंबाई में बड़ी हैं जैसे ब्रह्मपुत्र नदी लगभग 2900 किमी है जबकि प्रायद्वीपीय नदी की लंबाई कम है जैसे गोदावरी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है जो केवल 1500 किमी है।
अपवाह द्रोणी;
प्रायद्वीपीय नदियों की तुलना में हिमालयी नदियाँ बड़े अपवाह द्रोणी बनाती हैं।
आयु:
प्रायद्वीपीय नदियों की तुलना में हिमालयी नदियाँ उम्र में छोटी हैं।
घाटी:
हिमालयी नदियाँ गहरी घाटियाँ और वी-आकार की घाटियाँ बनाती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ चौड़ी और उथली घाटियाँ बनाती हैं।
विसर्प:
हिमालयी नदियाँ मार्ग में विसर्प बनाती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ विसर्प नहीं बनाती हैं।
गाद:
हिमालयी नदियाँ विशाल गाद लाती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियों में गाद की कमी होती है।
डेल्टा:
हिमालयी नदियाँ अपने मुहाने में बड़ा डेल्टा बनाती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदी अपने मुहाने में या तो छोटा डेल्टा या मुहाना (estuary ) बनाती हैं।
बाढ़ का मैदान:
हिमालयी नदियाँ अपने मार्ग में बाढ़ के मैदान बनाती हैं जबकि अधिकांश प्रायद्वीपीय नदियाँ अपने मार्ग में बाढ़ के मैदान का निर्माण नहीं करती हैं।
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