प्रश्न।
सततपोषणीय विकास क्या है?
( अध्याय - 1 संसाधन , कक्षा 8 NCERT संसाधन एवं विकास (भूगोल) )
उत्तर।
संसाधनों के उपयोग की आवश्यकता को संतुलित करना और भविष्य के लिए उनका संरक्षण करना सततपोषणीय विकास कहलाता है।
सततपोषणीय विकास एक ऐसा विकास है जो वर्तमान संसाधनों का बहुत सावधानी से उपयोग करता है जिससे वर्तमान आवश्यकता तो पूरा होता ही है साथ ही आने वाली पीढ़ी को अभी की सारे संसाधन मिल सके इसका भी ख्याल रखता है। उदाहरण के लिए, जहाँ तक वन संसाधनों का संबंध है, यह नवीकरणीय संसाधन है, यदि वन संसाधनों की खपत दर पुनःपूर्ति दर के समान है, तो इसे वन संसाधनों का सतत उपयोग कहा जाएगा।
सततपोषणीय विकास में, हम न केवल लोगों या समाज के लिए बल्कि पर्यावरण और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के लिए भी विकास करते हैं।
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