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लोक सेवकों की लोकतंत्रीय एवं अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति में अंतर बताइए। UPPSC General Studies 4 Mains ETHICS Solutions 2022

प्रश्न ।

 लोक सेवकों की लोकतंत्रीय एवं अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति में अंतर बताइए। (UPPSC 2022)

उत्तर। 

सरकारी प्रणाली के कामकाज और देश और जनता के सर्वोत्तम हित के लिए सरकारी नीतियों के कार्यान्वयन में लोक सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

लोक सेवकों को समग्र कामकाज के लिए लोकतंत्रीय एवं अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति दोनों की आवश्यकता होती है।

लोकतांत्रिक अभिवृति : लोक सेवकों की लोकतांत्रिक अभिवृति उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देता है, उनके इनपुट को अपने कार्यप्रणाली में शामिल करता है , और निर्णय लेने में जनता की राय मांगता है। लोकतांत्रिक अभिवृति से लोक सेवक पारदर्शिता और जवाबदेही को महत्व देते हैं और जनता की प्रतिक्रिया सुनने और अपनी नीतियों और कार्यप्रणाली को तदनुसार अनुकूलित करते हैं।

अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति : लोक सेवको में अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति  होने से लोक सेवक स्थापित प्रोटोकॉल एवं नियमों और कार्यप्रणाली को सख्ता से पालन करते है तथा वे जनता को अपने कार्यप्रणली में भागीदारी को कम मूल्य देते है। अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति होने से लोक सेवक की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही में कमी आती है।  



संक्षेप में, हम कह सकते हैं कि लोक सेवकों का लोकतांत्रिक अभिवृत्ति उन्हें जनता को साथ लेने और सार्वजनिक सेवाओं को नागरिक-केंद्रित, पारदर्शी और जबाबदेही बनाने में मदद करता है, जबकि लोक सेवकों के अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति उन्हें नियमों और स्थापित प्रक्रिया के तहत काम करने में मदद करते हैं।


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1 Comments:

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Unknown
admin
28 February 2024 at 21:46 ×

Inke दोष और इनको बहते 6प्रशासन के निर्माण के लिए संतुलन केसे करे बताए

Congrats bro Unknown you got PERTAMAX...! hehehehe...
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