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नैतिक दृष्टिकोण से राम मूर्ति के आचरण का मूल्यांकन कीजिए। | UPPSC ethics paper 2021 solutions | नीति अखंडता एवं अभिक्षमता UPSC नोट्स

  प्रश्न। 

राम मूर्ति एक सरकारी कर्मचारी हैं तथा अपने वृद्ध माता पिता के साथ इंदौर में रहते हैं। एक दिन भ्रमण के दौरान वह 11 साल के अनाथ बालक से उनकी मुलाकात हो जाती है। वह एक दयनीय स्थिति में एक बेघर बालक था, जिसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था। राम मूर्ति उस बालक को अपने घर ले आते हैं और प्रस्ताव रखते है कि यदि वह राम मूर्ति के वृद्ध माता -पिता की देखभाल करेगा, तो वे आवस्यकता अनुसार दैनिक मजदूरी देंगे तथा शिक्षा की व्यवस्था करेंगे। नैतिक दृष्टिकोण से राम मूर्ति के आचरण का मूल्यांकन कीजिए।

(UPPSC GS paper 4 2021)

उत्तर।

राम मूर्ति के आचरण का मूल्यांकन विभिन्न नैतिक दृष्टिकोणों से किया जा सकता है, निम्नलिखित कुछ नैतिक दृष्टिकोण हैं:


उपयोगितावादी दृष्टिकोण: उपयोगितावादी दृष्टिकोण से, वे आचरण को नैतिक कहा जाता है जो लोगों की खुशी या कल्याण को अधिकतम करते हैं। यहां, राम मुर्ती का आचरण नैतिक है क्योंकि वह अनाथ दयनीय बालक का देखभाल करता है [ बालक को दैनिक मजदूरी और शिक्षा प्रदान करता है ] और साथ ही वह अपने वृद्ध माता-पिता की भी देखभाल करता है। राम मुर्ती का आचरण अनाथ लड़के के साथ -साथ उसके वृद्ध माता -पिता को अधिकतम खुशी प्रदान करता है।


कर्तब्यो के सिद्धांत [Deontological ] दृष्टिकोण  [कांतिन नैतिकता दृष्टिकोण ]: कर्त्तब्यवाद सिद्धांत के दृष्टिकोण से, वे आचरण को नैतिक कहा जाता है जो कर्तव्य [या धर्म] को पूरा करता है। भारतीय समाज में, बेटे का कर्त्यब्य होता है कि वह अपने वृद्ध माता -पिता की देखभाल करे। तथा आम आदमी को भी समाज के कल्याण के लिए समाज के प्रति कुछ कर्तब्य होता है। यहाँ पर राम मूर्ति ने अनाथ बालक को घर लाकर तथा वृद्ध माता-पिता का सेवा कराकर , राम मुर्ती ने अपने दोनों कर्तव्यों को पूरा किया है। इसलिए, कर्तब्यो के सिद्धांत के दृष्टिकोण से राम मूर्ति का आचरण नैतिक है।


सद्गुणों के सिद्धांत के दृष्टिकोण से : करुणा, सहानुभूति, पारिवारिक मूल्य और देखभाल कुछ सद्गुण हैं और जो इन सद्गुणों को पालन करता है उनके आचरण को हम नैतिक कह सकते है। राम मुर्ति ने अनाथ बालक को घर लाकर हुए उसे मजदूरी और शिक्षा प्रदान करके अनाथ लड़कों के प्रति करुणा , दया और सहानुभूति दिखाई है। और साथ ही उनके वृद्ध माता-पिता का देखभाल कराके पारिवारिक मूल्य पालन किया है । इसलिए राम मूर्ति का आचरण नैतिक है।


उपरोक्त तीन नैतिक दृष्टिकोणों से, राम मूर्ति का आचरण काफी हद तक नैतिक है।


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