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"संवैधानिक रूप से न्यायिक स्वतंत्रता की गारंटी लोकतंत्र की एक पूर्व शर्त है। " टिप्पणी कीजिए। | UPSC 2023 General Studies Paper 2 Mains PYQ

   प्रश्न। 

 "संवैधानिक रूप से न्यायिक स्वतंत्रता की गारंटी लोकतंत्र की एक पूर्व शर्त है। " टिप्पणी कीजिए। 

(UPSC 2023 General Studies Paper 2 (Main) Exam, Answer in 150 words)

उत्तर। 

लोकतंत्र की तीन शाखाएँ हैं न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका। न्यायपालिका लोकतंत्र के मूलभूत स्तंभों में से एक है और न्यायिक स्वतंत्रता वास्तव में गारंटी लोकतंत्र की एक पूर्व शर्त है क्योंकि इसके बिना लोकतंत्र की गारण्टी नहीं दी जा सकती हैं। न्यायिक स्वतंत्रता, लोकतंत्र में बिना किसी पक्षपात, भय या प्रभाव के "कानून के शासन" को बनाए रखने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।


निम्नलिखित कारणों से न्यायिक स्वतंत्रता लोकतंत्र की एक पूर्व शर्त है:


नियंत्रण एवं संतुलन:

न्यायपालिका लोकतंत्र की कार्यकारी और विधायी शाखाओं पर नियंत्रण के रूप में कार्य करती है, यह सत्ता के दुरुपयोग को रोकती है और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने में मदद करती है।

लोकतंत्र के तीन स्तंभों (न्यायिक, कार्यकारी और विधायी) के बीच शक्ति को संतुलित करने के लिए न्यायिक स्वतंत्रता की आवश्यकता है।


कानून का शासन:

कानून का शासन कायम रखने के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका की बहुत आवश्यकता है। न्यायपालिका की स्वतंत्रता के बिना समाज में सामाजिक न्याय सुनिश्चित नहीं किया जा सकता।

बिना कानून का शासन से लोकतंत्र की कल्पना नहीं कर सकते है। 


व्यक्तियों और सामूहिक अधिकारों की सुरक्षा:

व्यक्तियों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए न्यायिक स्वतंत्रता आवश्यक है। एक स्वतंत्र न्यायपालिका संवैधानिक सिद्धांतों को बनाए रखने और व्यक्तियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की अधिक संभावना रखती है।


लोकतांत्रिक मूल्य:

एक स्वतंत्र न्यायपालिका लोकतांत्रिक मूल्यों को सुनिश्चित करती है। यह सरकार की किसी एक शाखा में सत्ता के संकेन्द्रण को रोकता है।


संविधान के संरक्षक:

न्यायपालिका संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करती है। लोकतंत्र की कार्यपालिका या विधायी शाखा के संभावित विरोध या दबाव की स्थिति में भी, संविधान की व्याख्या करने और उसे कायम रखने के लिए न्यायपालिका की स्वतंत्रता की बहुत आवश्यकता है।


लोगों का भरोसा:

जब जनता यह समझती है कि न्यायपालिका बाहरी प्रभावों से मुक्त है, तो उन्हें कानूनी प्रक्रियाओं की निष्पक्षता और वैधता पर भरोसा होने की अधिक संभावना है।


संक्षेप में, संसंवैधानिक रूप से न्यायिक स्वतंत्रता की गारंटी लोकतंत्र की एक पूर्व शर्त है। एक स्वतंत्र न्यायपालिका कानून के शासन को कायम रखने और नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करने में मदद करती है। यह स्वतंत्रता लोकतांत्रिक संस्थानों की समग्र ताकत, सामाजिक न्याय, स्थिरता और वैधता में योगदान देती है।

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