1946 के इंडियन नेशनल आर्मी (INA) ट्रायल्स में बचाव पक्ष के वकील कौन थे?
क) जवाहर लाल नेहरू
ख) भूलाभाई देसाई
ग) तेज बहादुर सप्रू
घ) उपरोक्त सभी
उत्तर। घ) उपरोक्त सभी
भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) ट्रायल्स के बारे में:
भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) परीक्षण जिसे लाल किला परीक्षण के रूप में भी जाना जाता है, नवंबर 1945 से मई 1946 के बीच आयोजित किया गया था।
यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना के सैनिकों के खिलाफ देशद्रोह, यातना और हत्या के लिए था।
गुरबख्श सिंह ढिल्लों, प्रेम कुमार सहगल और शाह नवाज खान तीन प्रमुख भारतीय कमीशन अधिकारी थे जिनके खिलाफ आईएनए परीक्षण आयोजित किए गए थे।
1946 के आईएनए परीक्षणों में प्रमुख बचाव वकील भूलाभाई देसाई, जवाहर लाल नेहरू, तेज बहादुर सप्रू, कैलाश नाथ काटजू और आसफ अली थे।
भूलाभाई देसाई आईएनए ट्रायल के मुख्य वकील थे। उन्हें भारतीय राष्ट्रीय सेना के तीन सैनिकों की रक्षा करने के लिए जाना जाता था।
जवाहर लाल नेहरू के बारे में:
जवाहर लाल नेहरू 16 साल तक देश के पहले प्रधानमंत्री रहे।
1929: दिसंबर 1929 में लाहौर अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरू को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने पूर्ण स्वराज (पूर्ण स्वतंत्रता) की मांग को औपचारिक रूप दिया।
1946: जवाहरलाल नेहरू ने 13 दिसंबर, 1946 को उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया।
नेहरू संविधान सभा की तीन प्रमुख समितियों अर्थात् संघ शक्ति समिति, संघ संविधान समिति और राज्य समिति के अध्यक्ष थे।
पंडित नेहरू के सम्मान में 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
"डिस्कवरी ऑफ इंडिया" जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध पुस्तक है।
"आलस्य स्वयं के लिए हानिकारक है" पंडित नेहरू का एक प्रसिद्ध उद्धरण है।
जवाहरलाल नेहरू की प्रसिद्ध पंक्ति थी "बाकी सब कुछ इंतज़ार कर सकता है लेकिन कृषि नहीं"।
तेज बहादुर सप्रू:
तेज बहादुर सप्रू ने गांधीजी और वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच मध्यस्थता की।
उन्होंने तीनों गोलमेज़ सम्मेलनों में भाग लिया।
सर तेज बहादुर सप्रू अखिल भारतीय उदारवादी महासंघ के अध्यक्ष थे।
तेज बहादुर सप्रू संवैधानिक सभा के सदस्य थे।
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