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निम्नलिखित में से किसने 1911 में बंगाल के विभाजन को रद्द किया?

 निम्नलिखित में से किसने 1911 में बंगाल के विभाजन को रद्द किया?

क) लॉर्ड चेम्सफोर्ड

ख) लॉर्ड कर्जन

ग) लॉर्ड मिंटो

घ) लॉर्ड हार्डिंग



उत्तर। घ) लॉर्ड हार्डिंग

1911 में लॉर्ड हार्डिंग ने बंगाल विभाजन को रद्द कर दिया।


बंगाल विभाजन पर मुख्य बिंदु:

भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने 16 अक्टूबर 1905 को बंगाल के विभाजन की घोषणा की। इसका उद्देश्य प्रशासनिक दबाव को कम करना और साथ ही राष्ट्रीय आंदोलन को कमजोर करना (राष्ट्रीय बंगाली राष्ट्रवाद पर अंकुश लगाना) था। बंगाल का पश्चिमी आधा भाग हिंदू बहुसंख्यक था और बंगाल का पूर्वी आधा भाग मुस्लिम बहुसंख्यक था।

मुसलमानों ने बंगाल के विभाजन का समर्थन किया जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इसका विरोध किया।

गोपाल कृष्ण गोखले (जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे) ने 1905 के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सत्र की अध्यक्षता की जो वाराणसी में आयोजित किया गया था।

बंगाल में स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कलकत्ता टाउन हॉल से की थी।

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने प्रसिद्ध गीत "आमार सोनार बांग्ला" की रचना की, जो बाद में बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान बना।

हिंदू और मुस्लिम प्रतीकात्मक रूप से एक-दूसरे को राखी (धागे) बांधते हैं।

मुस्लिम हितों का समर्थन करने के लिए 1906 में ढाका में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग का गठन किया गया था। मुहम्मद अली जिन्ना मुस्लिम लीग के संस्थापक सदस्य नहीं थे।



लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय (1910 से 1916):

लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय ने 1911 में बंगाल विभाजन रद्द कर दिया।

उन्होंने 1912 में अपनी राजधानी कलकत्ता से नई दिल्ली स्थानांतरित कर दी।

दिसंबर 1911 में लॉर्ड हार्डिंग द्वारा दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था और ब्रिटिश राजा जॉर्ज पंचम और रानी मैरी ने इसमें भाग लिया था।

रासबिहारी बोस ने लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंका, उनकी हत्या करने की कोशिश की लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। इसे दिल्ली षड़यंत्र केस या दिल्ली-लाहौर षडयंत्र के नाम से जाना गया।


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